बिहार ऑनलाइन दाखिल ख़ारिज आवेदन

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बिहार ऑनलाइन दाखिल ख़ारिज आवेदन

Post Date 13 September 2024

बिहार सरकार

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग

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Application Fee

  • Application Begin : NA
  • Last Date For Registration : NA
  • Form Complete Last Date NA
  • General / OBC / EWS : 0/-
  • SC / ST / PH : 0/-
  • All Category Female : 0/-

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  • No Application Fees for the All Candidates Only Registered Online.
बिहार जमीन का दाखिल ख़ारिज ऑनलाइन आवेदन कैसे करें ?

बिहार में जमीन का दाखिल खारिज करने के लिए आप ऑनलाइन प्रक्रिया का उपयोग कर सकते हैं। निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचें: बिहार सरकार की आधिकारिक जमीन रिकॉर्ड विभाग की वेबसाइट पर जाएं।

  2. लॉग इन करें या साइन अप करें: अपने खाते में लॉग इन करें, या यदि आपका खाता नहीं है, तो एक नया खाता बनाएं।
  3. ऑनलाइन आवेदन भरें: अपने जमीन का दाखिल खारिज करने के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें। आवश्यक जानकारी जैसे कि जमीन का विवरण, मालिक का नाम, और संबंधित दस्तावेज आदि दर्ज करें।
  4. दस्तावेज सबमिट करें: आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करें और ऑनलाइन आवेदन के साथ सबमिट करें।
  5. शुल्क भुगतान करें (यदि लागू हो): किसी शुल्क को भुगतान करने की आवश्यकता हो सकती है। आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं या आवश्यकता के अनुसार बैंक में भुगतान कर सकते हैं।
  6. आवेदन की पुष्टि करें: यह सुनिश्चित करें कि आप आवश्यक दस्तावेजों को सही रूप से स्कैन और संलग्न करें, और ऑनलाइन प्रक्रिया को सही ढंग से पूरा करें। यदि आपको किसी चरण में समस्या आती है, तो आप संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

बिहार जमीन का दाखिल ख़ारिज पूरा होने में कितना समय लगता है ?

बिहार में जमीन का दाखिल खारिज (mutation) प्रक्रिया को पूरा करने में समय आवश्यकताओं और सरकारी प्रक्रियाओं पर निर्भर करता है। यह समय विविध कारणों पर निर्भर कर सकता है, जैसे कि आवेदन की प्राप्ति, निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन, और कार्यालयों की दफ्तरी कार्यवाही की गति।

सामान्यतः, दाखिल खारिज प्रक्रिया में कुछ हफ्तों या महीनों की अवधि लग सकती है, लेकिन यह अधिक समय भी ले सकता है जब विभिन्न कारणों से असमर्थता होती है। अधिकतर समय की अवधि और प्रक्रिया की विवरण के लिए स्थानीय जमीन अधिकारी या जमीन रजिस्ट्री कार्यालय से संपर्क करना उपयुक्त होगा।

बिहार जमीन का दाखिल ख़ारिज ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत क्यों की गई ?

बिहार में जमीन के दाखिल खारिज के ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत विभिन्न कारणों से की गई हो सकती है। यह कदम जमीनी संपत्ति के संबंध में प्रशासनिक प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाने का भाग हो सकता है। इससे भ्रष्टाचार की कमी, कार्य की तेजी, और लोगों को सुविधा मिलने की सुनिश्चितता होती है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया में त्रुटियों की कमी और स्वच्छता का भी ध्यान रखा जा सकता है।

बिहार में जमीन के दाखिल खारिज के ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत कई मुख्य कारणों से की गई हो सकती है:

  1. सुविधा: ऑनलाइन प्रक्रिया का शुरू होना जमीन के दाखिल खारिज के लिए आवेदन करने वालों को सुविधा प्रदान करता है। लोग अब घर से ही आवेदन कर सकते हैं, जिससे उन्हें दफ्तरों में जाने की जरूरत नहीं होती।

  2. पारदर्शिता: ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से, प्रशासनिक प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ती है। आवेदकों को उनके आवेदन की स्थिति को ट्रैक करने का भी अवसर मिलता है।
  3. भ्रष्टाचार की कमी: ऑनलाइन प्रक्रिया भ्रष्टाचार को कम करने में मदद कर सकती है, क्योंकि इसमें आवेदनों की प्रक्रिया को अधिक संपन्नता से ट्रैक किया जा सकता है।
  4. कार्य की तेजी: ऑनलाइन प्रक्रिया में काम करने से कार्य की गति तेज हो सकती है। आवेदकों को अधिक तत्परता से काम करने का अवसर मिलता है, और प्रक्रिया में देरी कम होती है।
  5. त्रुटियों की कमी: ऑनलाइन प्रक्रिया में सिस्टमाईकरण के माध्यम से त्रुटियों की संभावना कम होती है। यह आवेदकों के लिए सुरक्षितता और विश्वसनीयता का भी अधिक संरक्षित वातावरण सृजित करता है। इन सभी कारणों से, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जमीनी संपत्ति के संबंध में प्रशासनिक प्रक्रिया को सुगम, पारदर्शी, और लोगों के लिए सुविधाजनक बनाती है।

क्रम के हिसाब से होगा निस्तारण

  • सीओ राजस्व कर्मचारी जांच के लिए इसे आगे देंगे. कर्मी अपने मंतव्य के साथ वाद को जांच करके इसे राजस्व पदाधिकारी के यहां बढ़ा देंगे. उसके बाद दोनों में बंटे हुए हलका के हिसाब से देखा जाएगा कि किसे आगे फॉरवर्ड करना है. इसमें सबसे अच्छी बात है कि अधिकारी मनमानी नहीं कर पाएंगे. हर महीने काफी सारे मामले लंबित हो जाते थे. लगभग 20 परसेंट मामले ऐसे होते थे जो लंबित रहते थे. जांच में पता चला कि पहले आए आवेदन को बाद में निस्तारण किया जाता था. इसी समस्या को खत्म करने के लिए ये किया गया है.
  • ध्यान दें:– यह प्रक्रिया सिर्फ उन्हीं लोगों की होगी- “जिनकी जमाबंदी बेचने वाले खुद के नाम पर हो” आपके केश में अगर ऐसा नहीं है तो आपको निचे की प्रक्रिया से दाखिल ख़ारिज के लिए अप्लाई करना होगा
  • अगर आप 01 अप्रैल 2022  से पहले रजिस्टरी करवा लिए है तो आपके जमीन का ऑटोमैटिक दाखिल ख़ारिज नहीं होगा इसके लिए आपको Manually निचे दिए गए Process से दाखिल ख़ारिज करनी होगी। इस पोस्ट में हमने आपके ऑनलाइन दाखिल खारिज से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान करी है जैसे जमीन का दाखिल खारिज कैसे करवाएं? जमीन का दाखिल खारिज कौन करता है?, क्या प्लाट का दाखिल खारिज होता है? तथा जमीन अपने नाम कैसे करवाएं? इस पोस्ट के माध्यम से आपके सभी सवालों के जवाब प्राप्त हो जाएंगे इसलिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें ! अब अगर आप सोच रहे हैं कि म्यूटेशन कैसे किया जाता है? तोआपको बता दें कि Online Mutation Bihar की प्रोसेस अब ऑनलाइन भी उपलब्ध है। इसकी जरूरत नई जमीन खरीदते वक्त पड़ती है। अगर आपने कोई नई जमीन खरीदी है तो आप जरूर ही चाहते होंगे कि उस जमीन पर आपके नाम से रजिस्ट्रेशन हो जाए लेकिन इसके लिए आपको कुछ प्रक्रियाओं को फॉलो करना होगा। इसी प्रक्रिया में Mutation आता है। यह सब प्रोसेस लीगली उस जमीन को आपका बनाने में मदद करेंगे। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि रजिस्ट्री के बाद क्या होता है? तो आपको बता दें कि आपके मकान की रजिस्ट्री कराने के बाद अंत में आपको दाखिल खारिज कराने की आवश्यकता होती है|

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बिहार सरकार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग

  • बिहार सरकार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग राज्य के भूमि और राजस्व से संबंधित कार्यों का प्रबंधन करता है। इस विभाग की मुख्य जिम्मेदारी भूमि का अनुपालन, खतौनी, भूमि के विकास, भू-अभिलेख, भूमि सुधार, जमाबंदी, और भूमि के अन्य विविध पहलुओं का प्रबंधन करना है। यह विभाग भू-अधिकारों की संरक्षण और प्रशासनिक कार्यों के लिए भी जिम्मेदार है। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के भूमि संसाधन का सुरक्षित एवं व्यावसायिक उपयोग सुनिश्चित करना है। इस विभाग के माध्यम से भूमि के संबंधित कानूनी, प्रशासनिक और विकासीय मुद्दों का समाधान किया जाता है और भू-सम्बन्धी सेवाओं की प्रदान की जाती है।
जमीन का दाखिल ख़ारिज नहीं होने से होने वाले नुकसान
  • अगर जमीन का दाखिला खारिज नहीं होता है, तो कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। ये नुकसान आपके संपत्ति को, कानूनी स्थिति को, और सामाजिक परिवेश को प्रभावित कर सकते हैं।
  1. कानूनी नुकसान: अगर जमीन का दाखिला खारिज नहीं होता है, तो आपकी संपत्ति को नुकसान हो सकता है। कानूनी रूप से, आपकी संपत्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और आपको नुकसान हो सकता है।

  2. संपत्ति का नुकसान: अगर आपकी संपत्ति पर जमीन का दाखिला खारिज नहीं होता है, तो आपकी संपत्ति की मूल्य कम हो सकती है और आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

  3. सामाजिक प्रभाव: जमीन के दाखिला का कानूनी स्थिति में अवैधता की स्थिति से, आपके सामाजिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ सकता है। यह आपकी इमेज और समाज में आपकी स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

  4. अन्य कई नुकसान: अगर जमीन का दाखिला खारिज नहीं होता है, तो आपको उस जमीन पर किसी भी कानूनी कार्रवाई की सम्भावना हो सकती है, जो आपके लिए अन्य कई नुकसान पैदा कर सकती हैं। इसलिए, जमीन का दाखिला खारिज न होने से होने वाले नुकसान को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और जमीन का दाखिला समय पर अवश्य कराया जाना चाहिए।

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